जीवन का गहरा दुख
यह बहुत से समय उभरता है जैसे एक भारी जंगल. उस तकलीफ़ के घेरे में हम खुद को खो देते हैं . जीवन पछतावा रहता है, हर समय एक नई तकलीफ़ लाता है. ज
यह बहुत से समय उभरता है जैसे एक भारी जंगल. उस तकलीफ़ के घेरे में हम खुद को खो देते हैं . जीवन पछतावा रहता है, हर समय एक नई तकलीफ़ लाता है. ज